बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड 2 मार्च को 65 सदस्यों के डेलिगेशन के साथ
बिजनौर महमूदपुर गंज गांव में ऐग्रिस्टो मासा आलू से सोना बनाने वाली इकाई का उदघाटन
बेल्जियम डेलीगेशन के स्वागत के लिए यूपी के मुख्यमंत्री उपस्थित रहेगे
पचास बीघा खेत पर 1000 क्विंटल आलू की उपज
आलू से फ्रेंच फ्राई, मैश पोटैटो, पोटैटो पाउडर, आलू चिप्स पैकिंग कर विश्व मे निर्यात
कानपुर 28, फरवरी, 2025
फरवरी 28, 2025 बिजनौर बेल्जियम इंडिया व्यापार श्रखंला के अंतर्गत आलू से सोना बनाने वाली इकाई का बिजनौर में शिलान्यास करने बेल्जियम के प्रतिनिधि के तौर पर बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड 2 मार्च को 65 सदस्यों के डेलिगेशन के साथ बिजनौर के महमूदपुर गंज गांव में स्थित ऐग्रिस्टो मासा आलू से सोना बनाने वाली
इकाई के उदघाटन में आने वाली है. बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड, ऑस्ट्रिया-एस्टे की आर्चडचेस, किंग अल्बर्ट द्वितीय और रानी पाओला की दूसरी संतान और पहली बेटी हैं, और वर्तमान बेल्जियम सम्राट, किंग फिलिप की छोटी बहन हैं।
बेल्जियम से आने वाले डेलिगेशन में बेल्जियम के डिप्टी पीएम, रक्षा मंत्री, कृषि मंत्री के साथ शिक्षा एवं व्यापार जगत की हस्तियां बिजनौर आने वाली है. बेल्जियम डेलीगेशन के स्वागत के लिए यूपी के मुख्यमंत्री उपस्थित रहेगे बेल्जियम इंडिया बिजनेस मिशन को बढावा देने के अंतर्गत बिजनौर चांदपुर मार्ग पर स्थित महमूदपुर गंज में वर्ष 2019 में बेल्जियम की वर्ल्ड प्रसिद्ध आलू प्रसंस्करण कम्पनी ‘एग्रिस्टो’ मासा ने आलू प्रसंस्करण इकाई स्थापित की गई थी ।
इस इकाई में आलू से फ्रेंच फ्राई, मैश पोटैटो, पोटैटो पाउडर, आलू चिप्स बना कर पैकिंग करके देश और विश्व के कई के कई भागो मे भेजा जाता है । स्थापितआलू प्रसंस्करण इकाई से इंग्लैंड, जर्मनी, इटली, फ्रांस आदि देशो को फ्रेंच फ्राई, मैश पोटैटो, पोटैटो पाउडर, वेजिटेबल पाउडर निर्यात किया जाता है ।
बेल्जियम भारत बिजनेस मिशन के अंतर्गत 750 करोड़ की लागत से बिजनौर में तीन इकाई स्थापित करने वाली है, इसमें पोटैटो (आलू) प्रोसेसिंग, वेजिटेबल प्रोसेसिंग, आलू से जिन, व्हिस्की, वोदका का उत्पादन होगा ।
गन्ना उत्पादन बाहुल्य बिजनौर और आसपास के क्षेत्रो संभल, मुरादाबाद, हापुड़, अमरोहा के किसानों को गन्ने की खेती छोड आलू की खेती करने को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए एग्रेस्टो कंपनी किसानों से आलू बाय बैक एग्रीमेंट कर आलू बीज, खाद और पेस्टिसाइड भी किसानों को उपलब्ध कराती है । आलू को नकद भुगतान कर आलू खरी दा जाता है । बिजनौर के किसानो के अनुसार पचास बीघा खेत पर 1000 क्विंटल आलू की उपज की जा रही है ।
बीज, खाद, लेबर खर्च निकालने के पश्चात ढाई माह में 8 लाख रुपये की नेट कमाई हुई है. बिजनौर की जिलाधिकारी जसजीत कौर के अनुसार बिजनौर में एग्रीकल्चर उत्पादों के निर्यात की संभावनाये है । जनपद बिजनौर के साथ पूरे प्रदेश के लिए गर्व है कि विश्व प्रसिद्ध ऐग्रेस्टो कंपनी ने यहां आलू उत्पादन और उसके सोना बनाने वाली इकाई लगाने वाली है इससे किसानों की अर्थव्यवस्था, आय व रोजगार मे निरंतर विस्तार होगा है ।
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