उत्तर प्रदेश में एचसीएल और फॉक्सकॉन द्वारा नई सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना :ग्राउंडब्रेकिंग समारोह जनवरी 2026 में

हर महीने 20,000 सिलिकॉन वेफर्स की प्रोसेसिंग
मुख्य रूप से डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण
राज्य की तकनीकी क्षमताओं को बढ़ा नए रोजगार अवसर भी प्रदान करेगा
कुशल मानव संसाधनों के विकास में मदद
कानपुर 22 दिसम्बर 2025
नई दिल्ली: 22 दिसम्बर 2025
Megh Updates™@MeghUpdates · Dec 21बड़ा! उत्तर प्रदेश को अपनी पहली सेमीकंडक्टर इकाई मिलने वाली है क्योंकि एचसीएल फॉक्सकॉन संयुक्त उद्यम जनवरी 2026 में शुरू करने की योजना बना रहा है।
यह सुविधा नोएडा में स्थापित की जाएगी और डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण करेगी
Information and Public Relations Department, UP@InfoDeptUP Dec 18
बेहतर कानून-व्यवस्था, मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश अनुकूल नीतियों का परिणाम है कि एचसीएल और फॉक्सकॉन जैसी वैश्विक कंपनियां प्रदेश में निवेश के लिए आगे आई हैं। इस साझेदारी से न केवल तकनीकी विशेषज्ञता आएगी बल्कि सेमीकंडक्टर स्किल डेवलपमेंट को भी बढ़ावा मिलेगा।
Awanish K Awasthi@AwasthiAwanishKDec 21राज्य की पहली सेमीकंडक्टर इकाई के शिलान्यास के साथ उत्तर प्रदेश अपनी औद्योगिक यात्रा में एक बड़ा मील का पत्थर स्थापित करने के लिए तैयार है। प्रस्तावित एचसीएल-फॉक्सकॉन सुविधा मजबूत निवेशक विश्वास को दर्शाती है और भारत में एक प्रमुख केंद्र बनने के यूपी के दृष्टिकोण को मजबूत करती है।
उत्तर प्रदेश में एचसीएल और फॉक्सकॉन द्वारा एक नई सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना की जा रही है, जो प्रदेश की पहली सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग सुविधा होगी। यह परियोजना जेवर में स्थित है और इसका ग्राउंडब्रेकिंग समारोह जनवरी 2026 में आयोजित होने की योजना है.
परियोजना की विशेषताएँ:
उत्पादन क्षमता: यह इकाई हर महीने 20,000 सिलिकॉन वेफर्स की प्रोसेसिंग करेगी, जिससे लाखों से करोड़ों सेमीकंडक्टर चिप्स का निर्माण संभव होगा.
चिप्स का निर्माण: यह मुख्य रूप से डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण करेगी, जो मोबाइल फोन, लैपटॉप, व्यक्तिगत कंप्यूटर, ऑटोमोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान में, भारत इन चिप्स के लिए बड़े पैमाने पर आयात पर निर्भर है।
निवेश: इस परियोजना का कुल निवेश लगभग 3,706 करोड़ रुपये होगा, जिसे यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा.
आवश्यकता और दूरदर्शिता: उत्तर प्रदेश सरकार इस परियोजना को भारतीय सेमीकंडक्टर उत्पादन में आत्मनिर्भरता का महत्वपूर्ण कदम मानती है। यह न केवल राज्य की तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाएगा, बल्कि नए रोजगार अवसर भी प्रदान करेगा और कुशल मानव संसाधनों के विकास में मदद करेगा।
सामरिक महत्व:
यह यूनिट भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर मानचित्र पर एक प्रमुख खिलाड़ी आपूर्ति बनाने की दिशा में एक कदम माने जा रहे हैं। इससे भारत की घरेलू आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत किया जा सकेगा, जिससे आयात पर निर्भरता में कमी आएगी.

इस प्रकार, एचसीएल और फॉक्सकॉन का यह संयुक्त उद्यम न केवल उत्तर प्रदेश के लिए, बल्कि भारत के औद्योगिक परिदृश्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण विकास है।

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