सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए 2 विशेष श्रेणियों के वीज़ा शुरू
छात्रों को 'स्टडी इन इंडिया' (एसआईआई) पोर्टल और वीज़ा के लिए https://indianvisaonline.gov.in/ पोर्टल पर आवेदन करना होगाप्रामाणिकता की जाँच SII ID द्वारा
कानपुर: 5 जनवरी 2025
नई दिल्ली: 5 जनवरी 2025 भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए दो विशेष श्रेणियों के वीजा की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य देश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विदेशी छात्रों को सुविधाएं प्रदान करना है। इन वीजा श्रेणियों में मुख्य रूप से ई-स्टूडेंट वीजाऔर ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा हैं। और सभी छात्रों को 'स्टडी इन इंडिया' (एसआईआई) पोर्टल और वीज़ा के लिए https://indianvisaonline.gov.in/ पोर्टल पर आवेदन करना होगा, प्रामाणिकता की जाँच SII ID द्वारा की जाएगी।
1. ई-स्टूडेंट वीजा: यह वीजा उन छात्रों के लिए है जो भारत में अध्ययन करना चाहते हैं। इसे पांच वर्षों के लिए जारी किया जाता है और इसकी अवधि को कोर्स की अवधि के अनुसार बढ़ाया जा सकता है।
2. ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा: यह वीजा ई-स्टूडेंट वीजा धारकों के आश्रितों (परिजनों) को प्रदान किया जाएगा।
छात्र वीज़ा पांच साल तक के लिए जारी किए जाते हैं, जो कोर्स की अवधि पर निर्भर करता है। भारत में इन्हें बढ़ाया भी जा सकता है।
जिन छात्रो के पास वैध ई-छात्र वीजा है, वे किसी भी वांछित आव्रजन जांच चौकी से भारत में प्रवेश कर सकते हैं।
एसआईआई पोर्टल उन अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है जो भारत में दीर्घकालिक या अल्पकालिक पाठ्यक्रम अध्यन करना चाहते हैं। छात्रों के लिए एसआईआई वेबसाइट के माध्यम से भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में आवेदन करना अनिवार्य है।
अधिकारियों ने बताया कि ई-छात्र वीजा ऐसे विदेशी नागरिकों को दिया जाएगा, जो भारत में अध्ययन के लिए प्रवेश प्राप्त करते हैं और जो भारत में वैधानिक और नियामक निकाय द्वारा मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में नियमित, पूर्णकालिक, स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी और ऐसे अन्य औपचारिक कार्यक्रमों में अध्ययन करना चाहते हैं।
एसआईआई शिक्षा मंत्रालय की एक प्रमुख परियोजना है, जो अपने 600 से अधिक साझेदार संस्थानों के माध्यम से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की मेजबानी करती है, जो इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, कृषि, विज्ञान, कला और मानविकी, भाषा अध्ययन, वाणिज्य, कानून, फार्मेसी, नर्सिंग को कवर करने वाले पैरामेडिकल विज्ञान और बौद्ध अध्ययन, योग आदि जैसे चुनिंदा पाठ्यक्रमों में 8000 से अधिक विविध पाठ्यक्रम प्रदान करती है। इसके अलावा, वे विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध हैं, जैसे स्नातक (स्नातक), स्नातकोत्तर (स्नातकोत्तर), डॉक्टरेट स्तर (पीएचडी) और प्रमाणन-आधारित पाठ्यक्रम।
अधिकारियों के अनुसार एसआईआई के साथ जुडना अपेक्षाकृत आसान है इसे ऑनलाइन आवेदन जमा करने, छात्रों की पसंद के कार्यक्रमों में प्रवेश लेने और प्रवेश के लिए आवेदनों किया जा सकता है।
छात्र 'अभी पंजीकरण करें' टैब पर क्लिक करके आवेदन करने के लिए पहला चरण, अर्थात पंजीकरण, पूरा करके तुरंत शुरुआत कर सकते हैं।
छात्रों को नाम, देश, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी जैसी सरल जानकारी भरनी होगी।
भारत में अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने और भारत में अध्ययन के लिए आवेदन करने के इच्छुक प्रत्येक छात्र के पास अपना विशिष्ट छात्र एसआईआई आईडी होना चाहिए, क्योंकि यह आईडी उन्हें अपने डैशबोर्ड तक पहुंचने, कॉलेज और पाठ्यक्रम आवेदनों की प्रगति, वीजा/ई-वीजा और भारत में उच्च शिक्षा से संबंधित अन्य प्रक्रियाओं पर नज़र रखने में मदद करेगी।
एसआईआई आईडी के बिना छात्रों के भारत में पढ़ने या आने की कोई संभावना नहीं है।विदेशी छात्रों को स्टडी इन इंडिया (SII) पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है, जिसका उपयोग वीजा के लिए आवेदन करने में किया जाएगा।
आवेदन प्रक्रिया के दौरान, छात्रों को अपने नाम, देश, मोबाइल नंबर आदि जैसी जानकारी प्रदान करनी होगी और उन्हें एक विशिष्ट SII आईडी प्राप्त करनी होगी। इस आईडी के बिना भारत में पढ़ाई के लिए आवेदन करना संभव नहीं है।
यह पहल विदेशी छात्रों के लिए भारत को एक अध्ययन गंतव्य के रूप में अधिक आकर्षक बनाने के लिए की गई है। इससे भारत के उच्च शिक्षा संस्थान वैश्विक स्तर पर और अधिक पहचान प्राप्त करेंगे, और यह भारत को एक वैश्विक शिक्षा केन्द्र में बदलने की दिशा में प्रयास है।
भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया यह नया वीजा कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करने और भारतीय संस्कृति में समाहित होने का उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है।
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