गुजरात में लगभग 1,700 एजेंट और पूरे भारत में लगभग 3,500 एजेंट/भागीदार हैं,
प्रति व्यक्ति 55 लाख से 60 लाख रुपये तक वसूले जाते है । जो बाद में छात्रों के खातों में वापस
जांच महत्वपूर्ण है ताकि भविष्य में अपराध को सम्पूर्ण समाप्त किया जा सके।
कानपुर 26 दिसंबर, 2024
नई दिल्ली 26 दिसंबर, 2024 कनाडा के 260 से अधिक कॉलेजों जो भौगोलिक रूप से कनाडा-अमेरिका सीमा के पास स्थित हैं, भारतीय नागरिकों की तस्करी के प्रकरण काफी चर्चित है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस प्रकरण में भारतीय नागरिकों के अमेरिका में अवैध प्रवेश के संदर्भ में जांच शुरू की है। यह प्रकरण गुजरात के डिंगुचा गाँव के चार सदस्यों की मौत से जुड़ा है, जो 19 जनवरी, 2022 को कनाडा-अमेरिका सीमा पार करने की कोशिश मेंअत्यधिक ठंड के कारण मारे गए थे
जांच 19 जनवरी, 2022 को कनाडा में चार सदस्यीय भारतीय परिवार की मौत से सन्दर्भित है । गुजरात के डिंगुचा गांव के रहने वाले एक भारतीय परिवार के चार अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश की कोशिश करनेवाले युवको की अत्यधिक ठंड के कारण मौत हो गई थी
कनाडा की सीमा से अमेरिका में भारतीयों की तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कनाडा के 262 कॉलेजों के शामिल होने का संदेह है। इसके अलावा, एक बार व्यक्तियों को अमेरिका में स्थानांतरित करने के लिए लगभग 60 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जा चुका है ।
जांच में सामने आया है कि कई भारतीय नागरिकों को कनाडा में फर्जी छात्र वीजा पर भेजा गया, जिसके बाद उन्होंने कॉलेज में दाखिला नहीं लिया और अवैध रूप से अमेरिका भाग गए[ कनाडाई कॉलेजों में प्रति व्यक्ति 55 लाख से 60 लाख रुपये तक वसूले जाते है । जो बाद में छात्रों के खातों में वापस किया जाता था, जिससे संस्थानों की संलिप्तता प्रतीत होती है ।
ईडी ने दिसंबर में मुंबई, नागपुर, गांधीनगर और वडोदरा आदी शहरों में छापे मारे, जिसमें दो विदेश में कॉलेजों में भारतीय छात्रों के प्रवेश के लिए कमीशन पर काम कर रही संस्थाओं का नाम आया है [
ईडी अनुसार अहमदाबाद पुलिस द्वारा भावेश अशोक भाई पटेल के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी का संज्ञान लिया, जो मामले में मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि उन्होंने अवैध माध्यमों से लोगों (भारतीयों) को कनाडा के रास्ते अमेरिका भेजने की सुनियोजित साजिश रची, जिससे मानव तस्करी का अपराध हुआ।
गुजरात में लगभग 1,700 एजेंट/साझेदार हैं और पूरे भारत में अन्य संस्थाओं के लगभग 3,500 एजेंट/भागीदार हैं, जिनमें से लगभग 800 सक्रिय हैं. कनाडा में स्थित लगभग 112 कॉलेजों ने एक इकाई और 150 से अधिक ने दूसरी इकाई के साथ समझौता किया है।
हर साल लगभग 25,000 छात्रों को एक इकाई द्वारा और 10,000 से अधिक छात्रों को दूसरे द्वारा भारत के बाहर स्थित विभिन्न कॉलेजों में भेजा जा रहा था।
ईडी ने दिसंबर में मुंबई, नागपुर, गांधीनगर और वडोदरा आदी शहरों में छापे मारे, जिसमें मुंबई और नागपुर स्थित दो संस्थाओं जो विदेश में कॉलेजों में भारतीय छात्रों के प्रवेश के लिए कमीशन पर काम कर रही है मे बैंक जमाओं में 19 लाख रुपये, कुछ 'आपत्तिजनक' दस्तावेज और डिजिटल उपकरणों प्राप्त किये है ।
भारतीय नागरिकों की अवैध तस्करी और कनाडाई कॉलेजों की संलिप्तता है, और इस संदर्भ में जांच महत्वपूर्ण है ताकि भविष्य में अपराध को सम्पूर्ण समाप्त किया जा सके।
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