- भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.75 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ $693.62 बिलियन
- देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है।
- विदेशी मुद्रा आस्तियाँ 2.84 अरब डॉलर बढ़कर 583.98 अरब डॉलर
-सोने का भंडार 2.16 अरब डॉलर बढ़कर 86.16 अरब डॉलर
- रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बताया कि यह भंडार 11 महीने तक के आयात के लिए पर्याप्त
- 96 प्रतिशत विदेशी कर्ज चुकाने में सहायक 
- भारत की वित्तीय स्थिरता
कानपुर :16 अगस्त, 2025
नई दिल्ली 15 अगस्त, 2025 भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.75 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ $693.62 बिलियन पहुंच गया है। यह वृद्धि 8 अगस्त 2025 को समाप्त हुए सप्ताह में हुई, और इसने देश की आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान की है। इस भंडार का मुख्य घटक विदेशी मुद्रा आस्तियाँ हैं, जो 2.84 अरब डॉलर बढ़कर 583.98 अरब डॉलर हो गई हैं, जिसमें विभिन्न विदेशी मुद्राएँ शामिल हैं, जैसे कि डॉलर, यूरो, पाउंड और येन। इसके अतिरिक्त, सोने का भंडार भी 2.16 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 86.16 अरब डॉलर हो गया। 
रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि भंडार भारत को 11 महीने तक का आयात करने की पूर्ति के लिए पर्याप्त है और यह 96 प्रतिशत विदेशी कर्ज चुकाने में सहायक है। उन्होंने यह भी बताया कि वैश्विक अनिश्चितताओं के मद्देनज़र विदेशी मुद्रा भंडार के मजबूत रहने से भारत की वित्तीय स्थिति में स्थिरता बनी हुई है। 
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार आर्थिक सुरक्षा का प्रतीक है और आर्थिक स्थिरता और वैश्विक बाजार में भारत की विश्वसनीयता को भी दर्शाता है।


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