• 25 अगस्त 2025 को इजरायली हवाई हमले में कम से कम 20 लोगों की मौत जिनमें 5 पत्रकार
• इजरायली सेना ने हमले की जिम्मेदारी ली, कहा कि उनका लक्ष्य हमास की सैन्य गतिविधियाँ
• हमले से गाजा में नासिर अस्पताल को कई बार निशाना बनाया गया है।
• घटना ने गाजा में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ
•इजरायल-हमास संघर्ष में अब तक लगभग 192 पत्रकार मारे जा चुके हैं।
• अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इस हमले की निंदा की
• युद्ध क्षेत्रों में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
कानपुर : 26 अगस्त 2025
25 अगस्त 2025 को दक्षिणी गाजा स्थित नासिर अस्पताल पर हुए इजरायली हवाई हमले में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई, जिनमें पांच पत्रकार भी शामिल थे। यह हमला उस समय हुआ जब अस्पताल में घायल नागरिकों का इलाज चल रहा था। रिपोर्टों के अनुसार, मृत पत्रकारों में रॉयटर्स, एसोसिएटेड प्रेस और अल जज़ीरा से जुड़े पत्रकार शामिल थे।
इजरायली सेना ने इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य हमास की सैन्य गतिविधियों को निशाना बनाना था। हालांकि, इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की मौत हुई, जिससे घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। सेना ने यह भी कहा कि पत्रकारों को निशाना बनाना उनकी नीति नहीं है और निर्दोष लोगों की मौत पर उन्हें खेद है।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि नासिर अस्पताल को हाल के महीनों में कई बार निशाना बनाया गया है, जबकि यह युद्ध के दौरान एक प्रमुख चिकित्सा केंद्र के रूप में कार्य करता है। नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, इस हमले के बाद गाजा में सुरक्षा की स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है।
घटना ने गाजा में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है। कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (CPJ) के अनुसार, इजरायल-हमास संघर्ष के दौरान अब तक लगभग 192 पत्रकारों की जान जा चुकी है, जिससे यह संघर्ष पत्रकारों के लिए सबसे घातक बन गया है।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और युद्ध क्षेत्रों में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। यह घटना न केवल मीडिया की स्वतंत्रता पर सवाल उठाती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी पत्रकारों की सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित करती है।
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