केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने राहुल गांधी पर लगाए विवादित आरोप: बयान देश के लिए खतरा व लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

- केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू काराहुल गांधी पर आरोप
- उनकी बातें कांग्रेस के सांसदों को असहज कर देती हैं।
- राहुल गांधी भारत-विरोधी तत्वों के साथ मिलकर देश की सुरक्षा को कमजोर कर रही है
- राहुल गांधी की राजनीतिक शैली न केवल कांग्रेस, बल्कि देश को भी नुकसान हो रहा है।
- राहुल गांधी बोलने में सक्षम नहीं हैं, तो मतलब नहीं कि अन्य सदस्यों को बोलने से रोका जाए।
- राहुल गांधी के बयान देश के लिए खतरा व लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
कानपुर : 24 अगस्त 2025
नई दिल्ली 23 अगस्त 2025: राहुल गांधी पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल ही में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना था कि कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी की बातों से असहज होते हैं। रिजिजू का कहना है कि राहुल गांधी के वक्तव्यों और भाषणों में कुछ ऐसा है कि उनके साथी सांसदों को भी उनका समर्थन करना मुश्किल है।रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी ने जॉर्ज सोरोस जैसे भारत-विरोधी लोगों के साथ काम किया है, जो देश की सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर कर रहा है। उनका कहना था कि राहुल गांधी अपने भाषणों में इतनी ऊलजलूल बातें करते हैं कि सुनने वाले ही हैरान रह जाते हैं।
“अगर राहुल गांधी बोल नहीं सकते या उन्हें बोलना नहीं आता, तो इसका मतलब ये नहीं है कि दूसरों को भी बोलने न दिया जाए,” रिजिजू ने एक और बयान में कहा। कांग्रेस में कई विद्वान सदस्य हैं जो ज्ञानी भी हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष संसद के कामकाज को बाधित कर रहा है और चर्चा में भाग लेने के बजाय बेतुकी बातें कर रहे हैं।
रिजिजू का मानना है कि राहुल गांधी के व्यवहार और बयान देश और उनकी पार्टी दोनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा व्यवहार भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है। इन तीखे बयानों से रिजिजू ने स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस के नेता और उनके विचारों को गंभीरता से नहीं लेता है और इसे देश के लिए खतरा समझता है। उनका दावा है कि राहुल गांधी की दृष्टि और उनकी मूल विचारधारा देश को अस्थिरता की ओर ले जा रही हैं।राहुल गांधी के बयानों की गंभीरता को रेखांकित करते हुए, रिजिजू ने कहा कि उनकी ही पार्टी के सांसद भी उनकी राजनीतिक शैली से असहज हैं, जो इस बात का संकेत है कि उनकी राजनीतिक शैली उनके सहयोगियों को भी अस्वीकार्य नहीं है।

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