कानपुर मेट्रो: IIT से नौबस्ता तक सफर की ओर एक और कदम

कानपुर मेट्रो के कॉरिडोर-1 में बड़ी उपलब्धि
बारादेवी से नौबस्ता तक ट्रैक निर्माण कार्य पूरा
बारादेवी से नौबस्ता तक 5.3 किमी लंबे एलिवेटेड सेक्शन में ट्रैक कास्टिंग का कार्य पूरा
खंड में सुचारू ट्रेन संचालन में सहायक चार क्रॉसओवर
"यह एक प्रमुख मील का पत्थर है" – सुशील कुमार, एमडी, यूपीएमआरसी
कानपुर: नवम्बर 2025
कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन में निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। बारादेवी से नौबस्ता तक 5.3 किमी लंबे एलिवेटेड सेक्शन में ट्रैक कास्टिंग का कार्य शुक्रवार को पूरा हो गया। इस खंड में चार क्रॉसओवर भी बनाए गए हैं, जो सुचारू ट्रेन संचालन में सहायक होंगे।
इस सेक्शन में पांच स्टेशन बारादेवी, किदवई नगर, बसंत विहार, बौद्ध नगर और नौबस्ता है। प्रगति को अनुकूलित करने के लिए रेल वेल्डिंग और ट्रैक स्लैब कास्टिंग एक साथ की गई थी, और पूरा ट्रैक काम अब पूरा हो गया है। हैं, और सिग्नलिंग, टेलिकॉम व इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स का कार्य भी साथ-साथ चल रहा है। वहीं, भूमिगत खंड में ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू हो चुका है। यूपीएमआरसी के एमडी सुशील कुमार ने इसे महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है।

  • 📍 सेक्शन कवरेज:

    • एलिवेटेड: बारादेवी → नौबस्ता (5.3 किमी) ✅
    • भूमिगत: कानपुर सेंट्रल → स्वदेशी कॉटन मिल रैम्प (3 किमी) 🔄
  • 🛠️ ट्रैक निर्माण:

    • दोनों ट्रैक (अप/डाउन) की कास्टिंग पूर्ण
    • 4 क्रॉसओवर का निर्माण ✅
    • बैलास्ट-लेस ट्रैक तकनीक
    • 18 मीटर रेल पटरियाँ, FBW वेल्डिंग
  • 📡 समानांतर कार्य:

    • सिग्नलिंग, टेलिकॉम, इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन प्रगति पर
  • 🚪 स्टेशन विवरण:

    • एलिवेटेड स्टेशन: बारादेवी, किदवई नगर, बसंत विहार, बौद्ध नगर, नौबस्ता
    • सुविधाएँ: लिफ्ट व एस्केलेटर का कार्य जारी

 सेक्शन परविशेषताएँ और प्रगति निम्नलिखित हैं:

  1. ट्रैक निर्माण की संपन्नता: बारादेवी से नौबस्ता तक के एलिवेटेड सेक्शन पर ट्रैक की ढलाई पूरी हो चुकी है। इस दौरान चार क्रॉसओवर्स का निर्माण भी सफलतापूर्वक किया गया है।

  2. उपकरण और तकनीक: ट्रैक निर्माण के लिए 18 मीटर लंबी रेल पटरियों का उपयोग किया गया है। इन पटरियों को वेल्ड करने के लिए एफबीडब्ल्यू (फ्लैश बट्ट वेल्ड) प्लांट का उपयोग किया गया। तकनीकी दृष्टि से, बैलास्ट-लेस ट्रैक का प्रयोग किया जा रहा है, जो रखरखाव की आवश्यकताओं को कम करता है और इनका जीवन चक्र भी लंबा होता है।

  3. सामानांतर कार्य: निर्माण कार्य के साथ-साथ सिग्नलिंग, टेलिकॉम और इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स के इंस्टॉलेशन का कार्य भी समानांतर रूप से जारी है, जिससे समय की बचत हो रही है।

  4. लिफ्ट और एस्केलेटर का कार्य: कानपुर सेंट्रल से नौबस्ता तक सात मेट्रो स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें अब तक कई एस्केलेटर और लिफ्ट इंस्टॉल किए गए हैं। यह यात्रियों के सुविधा के लिए महत्वपूर्ण है।

  5. विशेष अवसर: यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक, सुशील कुमार ने कहा कि यह ट्रैक निर्माण एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और टीम पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रही है।

📊 प्रगति रिपोर्ट कार्ड (Progress Snapshot)

घटक स्थिति विवरण
एलिवेटेड ट्रैक (5.3 किमी) ✅ पूर्ण बारादेवी से नौबस्ता तक
भूमिगत ट्रैक (3 किमी) 🔄 प्रगति पर कानपुर सेंट्रल से स्वदेशी कॉटन मिल रैम्प तक
क्रॉसओवर ✅ पूर्ण कुल 4
ट्रैक तकनीक ✅ बैलास्ट-लेस 18 मीटर रेल, FBW वेल्डिंग
स्टेशन (एलिवेटेड) ✅ 5 स्टेशन बारादेवी, किदवई नगर, बसंत विहार, बौद्ध नगर, नौबस्ता
लिफ्ट/एस्केलेटर इंस्टॉलेशन 🔄 प्रगति पर 7 स्टेशनों पर कार्य जारी
सिग्नलिंग/इलेक्ट्रिकल 🔄 समानांतर कार्य समय की बचत हेतु

कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 का वर्तमान कार्य कुल मिलाकर, प्रगति पर है और इसमें  ट्रैक बिछाने का कार्य  यात्री सेवाओं के विस्तार के लिए अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

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