पुलिस में स्कूल को बम की धमकी देने वाला छात्र गिरफ्तार
राजनीतिक एनजीओ से संबद्ध
कानपुर 15 जनवरी, 2025
दिल्ली 14 जनवरी, 2025 पुलिस के अनुसार मंगलवार, 14 जनवरी 2025 कोशहर के 400 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी देने के मामले में 12वीं कक्षा का एक छात्र को गिरफ्तार किया गया है जो राजनीतिक पार्टी से जुड़ा एक गैर सरकारी संगठन का समर्थन करता है। उक्त एनजीओ ने संसद हमले के दोषी के समर्थन में आवाज उठाई थी।
दिल्ली की घटना से शिक्षा जगत सहित समाज के सभी वर्गों में गहरा सदमा लगा है। पुलिस संदिग्ध छात्र को और राजनीतिक रूप से संबद्ध गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) की जाॅच कर रही है। यह समाज, शिक्षा और राजनीति के तंत्र के संबंधों को उजागर करती है।
युवा पीढ़ी को राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाया जाता है। छात्र एनजीओ के प्रभाव में आकर इस प्रकार की धमकी देने की स्थिति में पहुंचा है, तो यह न केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी की कमी को इंगित करता है कि कैसे बाहरी तत्व युवाओं के मनोविज्ञान को प्रभावित कर आधुनिक शिक्षा प्रणाली छात्रों को आलोचनात्मक सोच और नैतिक मूल्यों का पतन कर रही है।
राजनीतिक आकांक्षाएं और असामाजिक गतिविधियाँ एक-दूसरे को प्रभावित करती हैं। छात्र का राजनीतिक एनजीओ के साथ जोड़ा कई सवालों को जन्म देता है। एनजीओ अपनी विचारधारा का प्रचार करने के लिए युवा मानसिकता का अनुचित उपयोग कर समाज में व्याप्त असंतोष और अन्याय की भावना का लाभ उठाते हुएउकसा रहे हैं ऐसे संगठनों की गतिविधियों की गहन जांच कर समाज में सकारात्मक योगदान सुनिश्चित करे।
बम की धमकी आम जनता में आतंक और समाज में भय का माहौल पैदा करती हैं। छात्रों के मन में असुरक्षित माहौल का अनुभव करा उनकी मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। शिक्षा संस्थानों को सुरक्षा उपायों को सख्त करने की अपेक्षा की जाती है व विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन और परामर्श प्रदान करने की भी आवश्यकता है।सख्त निगरानी और जांच कर सामाजिक आचरण और नैतिकता के महत्व को पुनः स्थापित करने की आवश्यकता को उजागर करता है। एक समृद्ध समाज के निर्माण के लिए आवश्यक है कि हम युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शित करेंकि अपने विचारों और विचारधाराओं को एक सकारात्मक तरीके से व्यक्त कर सकें। इस दिशा में किये गए प्रयास वर्तमान स्थिति को सुधारने में मदद व भविष्य की पीढ़ियों को सकारात्मकता की ओर अग्रसर करेंगे।
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