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सात नई एक्सप्रेसवे परियोजनाओं पर 50,000 करोड़ रुपये का उत्तर प्रदेश में निवेश, भारत में एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा चालू या निर्माणाधीन नेटवर्क प्रदेश में

उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने  परियोजनाओं को दी मंजूरी 
 एक्सप्रेसवे की संयुक्त लंबाई 866 किमी है।
 भारत में एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा चालू  या निर्माणाधीन  नेटवर्क  प्रदेश  में 
पांच परिचालन एक्सप्रेसवे 1,194 किमी  
 निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे 594 किमी 
 उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1,788 किमी 
पर्यटन के लिए दो विकास परिक्षेत्रों- प्रयागराज-चित्रकूट विकास क्षेत्र 
और वाराणसी-विंध्य विकास क्षेत्र को विकसित करने का  भी प्रस्ताव


कानपुर 8 फरवरी, 2025
लखनऊ: 8 फरवरी, 2025 उत्तर प्रदेश  एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) द्वाराआरम्भ परियोजनाएं  प्रदेश में एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य को पूरा करायेगी। नए सात एक्सप्रेसवे विश्व स्तरीय एक्सप्रेसवे नेटवर्क विस्तार से उत्तर प्रदेश के कुल 75 जिलों में से लगभग 56 जिलों या 75 प्रतिशत को आपस में जुड जायेगे।
एक्सप्रेसवे नेटवर्क लखनऊ-राज्य राजधानी क्षेत्र और दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) से यात्रियों और कार्गो के लिए निर्बाध आवागमन प्रदान करेगा। प्रस्तावित सात एक्सप्रेसवे चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (120 किमी), झांसी लिंक एक्सप्रेसवे (100 किमी), जेवर लिंक एक्सप्रेसवे (76 किमी), विंध्य एक्सप्रेसवे (320 किमी), विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे (100 किमी), आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे-पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लिंक एक्सप्रेसवे (60 किमी), और आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे-गंगा एक्सप्रेसवे लिंक एक्सप्रेसवे (90 किमी) हैं।
उत्तर प्रदेश में पांच एक्सप्रेसवे परियोजनाएं दो दर्जन से अधिक जिलों को पार करती हैं।इनमें यमुना एक्सप्रेसवे (165 किमी), आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (302 किमी), पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (340 किमी), बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (296 किमी) और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (91 किमी)  हैं। अन्य  594 किलोमीटर गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना  का महाकुंभ 2025 से पूर्व आरम्भ होना प्रस्तावित था वर्तमान में  मार्च-अप्रैल तक आरम्भ होने की संभावना है।
पांच परिचालन एक्सप्रेसवे 1,194 किमी  और निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे 594 किमी को मिलाकर  उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1,788 किमी है। प्रस्तावित सात एक्सप्रेसवे जुड जाने के बाद, एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 2,654 किलोमीटर हो जाएगी। बर्जर्स संडीला (यूपी) इकाई के प्रमुख गौरव सिन्हा के अनुसार 'उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे के  विकास से रियल्टी, आवास, फर्नीचर, निर्माण सामग्री आदि उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है। उत्तर प्रदेश ने धार्मिक, सांस्कृतिक और विरासत पर्यटन के लिए दो विकास परिक्षेत्रों- प्रयागराज-चित्रकूट विकास क्षेत्र और वाराणसी-विंध्य विकास क्षेत्र को विकसित करने का  भी प्रस्ताव  है।

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