मुख्यमंत्री मणिपुर बीरेन सिंह ने आज शाम 5:30 बजे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा
राज्य के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस्तीफा ए शारदा देवी भाजपा अध्यक्ष  मणिपुर
पार्टी के विधायकों के बीच कोई मतभेद नहीं
जनता के दबाव, सुप्रीम कोर्ट और कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के डर से इस्तीफा राहुल गांधी  
मणिपुर में महिलाओं की इज्जत को सरेबाजार उछाला गया यह तभी होना चाहिए था अखिलेश यादव राष्टृीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी



कानपुर 10 फरवरी, 2025 
इंफाल: 9 फरवरी, 2025 मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे पर मणिपुर भाजपा अध्यक्ष ए शारदा देवी ने कहा, "हमारे मुख्यमंत्री ने आज शाम 5:30 बजे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने राज्य के लोगों के लिए इस्तीफा दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार से राज्य की अखंडता को बचाने और राज्य के लोगों की सुरक्षा करने का भी अनुरोध किया है...उन्होंने राज्य के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस्तीफा दिया है...पार्टी के विधायकों के बीच कोई मतभेद नहीं है..."
मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के दो साल बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री बीरेन सिंह का इस्तीफा दिखाता है कि जनता के बढ़ते दबाव, सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव ने पुनर्विचार के लिए मजबूर कर दिया है.'उन्होंने कहा, 'करीब दो साल तक बीजेपी के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मणिपुर में विभाजन को भड़काया. प्रधानमंत्री ने मणिपुर में हिंसा, जीवन के नुकसान और भारत के संविधान के विचारो के विनाश के बावजूद उन्हें जारी रखने की अनुमति दी।श्री सिंह ने अपने नेतृत्व के खिलाफ राज्य भाजपा में असंतोष को कम करने के लिए आज इस्तीफा दे दिया क्योंकि उनकी सरकार के सामने कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव और शक्ति परीक्षण की संभावना.
अखिलेश यादव राष्टृीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व ने लगभग डेढ़ साल से चल रही मणिपुर में हिंसा के बाद अब जाकर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से इस्तीफा लिया है जबकि यह कार्य तभी होना चाहिए था जब मणिपुर में महिलाओं की इज्जत को सरेबाजार उछाला गया था। भाजपा ने अपनी विफलता ढकने का जो प्रयास किया है उसे जनता समझ रही है। सही वक्त पर सही निर्णय लिया होता तो मणिपुर व वहाँ की सड़को पर जो हुआ है वो नहीं होता।
 कुकी समुदाय के एक व्यक्ति ने सुप्रीम कोर्ट में जाकर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने राज्य में हिंसा भड़काई है।उनकी शिकायत मुख्यमंत्री के कथित तौर पर लीक हुए ऑडियो टेप पर आधारित थी। एक गैर-लाभकारी फोरेंसिक प्रयोगशाला, ट्रूथ लैब्स ने पुष्टि की है कि 93 प्रतिशत ऑडियो टेप श्री सिंह की आवाज से मेल खाते हैं।सुप्रीम कोर्ट ने लीक ऑडियो टेप पर सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी से रिपोर्ट मांगी है। जातीय हिंसा में कुकी और मेइतेई समुदायों के बीच मई 2023 में मणिपुर में भड़क गई थी। इससे 200 से अधिक लोगों की मौत और लगभग 60,000 लोग बेघर हो गए थे।