Hot Posts

20/recent/ticker-posts

पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज की स्थापना बनारस मे, प्रथम चरण के लिये 400 करोड़ रुपये बजट प्राविधानित

पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज की स्थापना बनारस मे
 प्रथम चरण के लिये 400 करोड़ रुपये  बजट  प्राविधानित
430 बेड की आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएँ
बनारस को विश्व स्तर के चिकित्सा शोध व समाज सेवा मे जुडने का अवसर
पैरामेडिकल पाठ्यक्रम का भी अघ्यापन

बनारस 20 दिसंबर 2024

उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्यऔर शिक्षण और शोध केन्द्र की स्थापना बनारस के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल को उच्चीकृत अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित करके की जायेगाी। प्रदेश मे चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार के उद्देश्य से यह निर्णय प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया है,



पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज में मरीजों का इलाज और चिकित्सा की पढ़ाई होगी। इस कॉलेज के प्रथम चरण के लिये 400 करोड़ रुपये बजट मे प्राविधानित है ।
इस अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज में 430 बेड की आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएँ होंगी, जो कि मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्द कराने के लिए तैयार की जाएँगी।  यहाँ पर पैरामेडिकल पाठ्यक्रम 
का भी अघ्यापन होगे ।
इस अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज के एडमिनिस्ट्रेटिव, एकेडमिकऔर हॉस्टल ब्लॉक का निर्माण दमानी ग्रुप द्वारा किया जाएगा।आवश्यक प्रस्ताव व आगणन शीध्र उत्तर प्रदेश शासन को भेजा जायेगा ।
इस नये अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज की स्थापना से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के अस्पतालों पर मरीजों का दबाव कम होगा। वाराणसी और निकटवर्ती क्षेत्र के मरीजों को उच्च चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध होंगी ।
इस नये अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज की स्थापना से देश मे चिकित्सकों की संख्या व स्वास्थ व चिकित्सा शोध सेवाओ मे विस्तार होगा । प्रदेश सरकार का यह प्रयास बनारस को विश्व स्तर के शोध व समाज सेवा मे जुडने का अवसर प्रदान करेगा ।
उत्तर प्रदेश के अन्य 16 पिछड़े जिलों में भी अब मेडिकल कॉलेज खुलेंगे. शासन और कॉरपोरेट अस्पताल पीपीपी (Public Private Partnership) माडल पर में निर्माण प्रस्तावित है ।
देश के विभिन्न कॉरपोरेट अस्पताल, निजी मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय मेडिकल कॉलेज खोलने जा रहे है. प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा के अनुसार 9 मेडिकल कॉलेजों को चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा पेशेवरों, संस्थानों और अनुसंधान को नियंत्रित करने वाली संस्था एनएमसी (National Medical Commission) की मंजूरी मिल गयी है ।

Post a Comment

0 Comments