मुंबई में 18 दिसंबर दोपहर करीब 3:55 बजे गम्भीर नाव दुर्घटना ।
CISF स्पीड बोट व पर्यटक निजी यात्री नाव से टक्कर
तीन नौसेना कर्मी सहित 13 लोगों की मौत ।
गोताखोरों और हेलीकॉप्टरों द्वारा तलाश जारी।
CISF स्पीड बोट व पर्यटक निजी यात्री नाव से टक्कर
तीन नौसेना कर्मी सहित 13 लोगों की मौत ।
गोताखोरों और हेलीकॉप्टरों द्वारा तलाश जारी।
मुंबई, 19 दिसंबर
मुंबई 18 दिसंबर बुधवार को गेटवे ऑफ इंडिया के पास दोपहर करीब 3:55 बजे एक गम्भीर नाव दुर्घटना तीन नौसेना के कर्मी सहित 13 लोगों की मौत । एक भारतीय केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की स्पीड बोट ने नीलकमल' नाम की एक निजी यात्री नाव जो पर्यटकों को एलीफेंटा गुफाओं में ले जा रही थी से टकरा गई, टक्कर के परिणामस्वरूप नौका पलट गई थी, नाव तेजी से डूबने लगी, यात्रियों में अफरातफरी मच गई। चश्मदीदों के अनुसार, जैसे ही टक्कर लगी, पानी का बहाव शुरू हो गया और यात्रियों ने पानी में कूदने से पहले लाइफ जैकेट पहनने का प्रयास किया कई यात्रियोंके पास लाइफ जैकेट नहीं थीं, जिससे नौका पर सवार लोगों की जान को खतरा हो गया
तुरंत भारतीय नौसेना की 11 बोट्स, समुद्री पुलिस की तीन बोट्स और तटरक्षक बल की एक बोट ने बचाव कार्य आरम्भ कर दिया, चार हेलिकॉप्टरों ने भी बचाव अभियान में मदद की। 114 लोगों को बचा लिया गया। बचाए गए 114 लोगों में से 97 स्थिर हैं, चार की हालत गंभीर है और तीन नौसेना के कर्मचारी सहित कम से कम 13 लोग मौत हो गयी है । गोताखोरों और हेलीकॉप्टर ने गुरुवार को मुंबई के नाव दुर्घटना के बचे लोगों की तलाश आरम्भ कर दी है ।
नौसेना के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि नौसेना और तट रक्षक जहाजों ने बंदरगाह में अभी भी लापता एक वयस्क और एक बच्चा कम से कम दो लोगों की तलाश है ।
सूत्रो के अनुसार दुर्घटना स्पीडबोट के नए प्रकार के इंजन के परीक्षण के दौरान हुई। "ऐसा प्रतीत होता है कि इंजन अधिकतम थ्रॉटल पर फंस गया था, जांच पूरी होने के बाद विस्तृत परिणम की जानकारी होगी ।" नौसेना के प्रवक्ता से टिप्पणी के लिए पूछा गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया ।
इस घटना में मृतकों में एक ही परिवार के तीन सदस्य शामिल थे, जो अस्थमा के इलाज के लिए मुंबई आए थे। उनका नाम राकेश अहिरे, उनकी पत्नी हर्षदा और बेटे निधेश है मृत्यु से पूरे क्षेत्र मे शोक का माहैाल है ।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के अनुसार घटनादुखद है, जिसने न केवल पीड़ितों के परिवारों को बल्कि समूचे समाज को झकझोर कर रख दिया है। मतृक जनो के परिवारों को 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। उन्होंने दुर्घटना की जांच के व लापता लोगों की खोज के लिए निर्देश दिए है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय किए जा सकें।
प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनके परिजनों को 200,000 रुपये तथा प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। और बुधवार को सोशल मीडियाा पर पोस्ट पर लिखा प "मुंबई में नाव दुर्घटना दुखद है।"
काग्रेस सांसद प्रनति शिन्दे ने दुर्घटना मे शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये तत्काल आर्थिक मदद देने की मांग की है । वही क्षेत्रीय समाजसेवी मदद के लिये तैयार दिखे । स्थानीय गोताखोरो ने जी जान से मदद की ।
नौसेना के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि नौसेना और तट रक्षक जहाजों ने बंदरगाह में अभी भी लापता एक वयस्क और एक बच्चा कम से कम दो लोगों की तलाश है ।
सूत्रो के अनुसार दुर्घटना स्पीडबोट के नए प्रकार के इंजन के परीक्षण के दौरान हुई। "ऐसा प्रतीत होता है कि इंजन अधिकतम थ्रॉटल पर फंस गया था, जांच पूरी होने के बाद विस्तृत परिणम की जानकारी होगी ।" नौसेना के प्रवक्ता से टिप्पणी के लिए पूछा गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया ।
इस घटना में मृतकों में एक ही परिवार के तीन सदस्य शामिल थे, जो अस्थमा के इलाज के लिए मुंबई आए थे। उनका नाम राकेश अहिरे, उनकी पत्नी हर्षदा और बेटे निधेश है मृत्यु से पूरे क्षेत्र मे शोक का माहैाल है ।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के अनुसार घटनादुखद है, जिसने न केवल पीड़ितों के परिवारों को बल्कि समूचे समाज को झकझोर कर रख दिया है। मतृक जनो के परिवारों को 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। उन्होंने दुर्घटना की जांच के व लापता लोगों की खोज के लिए निर्देश दिए है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय किए जा सकें।
प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनके परिजनों को 200,000 रुपये तथा प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। और बुधवार को सोशल मीडियाा पर पोस्ट पर लिखा प "मुंबई में नाव दुर्घटना दुखद है।"
काग्रेस सांसद प्रनति शिन्दे ने दुर्घटना मे शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये तत्काल आर्थिक मदद देने की मांग की है । वही क्षेत्रीय समाजसेवी मदद के लिये तैयार दिखे । स्थानीय गोताखोरो ने जी जान से मदद की ।
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