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उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा विभाग प्रतिवर्ष 50 करोड़ रुपये से अधिक का भ्रष्टाचार उद्योग विधायक सिराथू अपना दल (कमेरावादी) लखनऊ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पल्लवी पटेल का धरना समाप्त

लखनऊ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पल्लवी पटेल का धरना समाप्त उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा विभाग प्रतिवर्ष 50 करोड़ रुपये से अधिक का भ्रष्टाचार उद्योग  विधायक सिराथू अपना दल (कमेरावादी)

लखनऊ 17 दिसंबर 2024

लखनऊ  पल्लवी पटेल विधायक सिराथू अपना दल (कमेरावादी) के अनुसार  प्राविधिक शिक्षा विभाग  प्रतिवर्ष  50 करोड़ रुपये से अधिक का भ्रष्टाचार उद्योग  है। प्रत्येक प्रोन्नत के लिये  25 लाख रुपये तक की रिश्वत ली जा रही है, और भ्रष्टाचार  के समर्थन में साक्ष्य  है। 
विधानसभा में उन्हे व अन्य विधायको को सदन मे बोलने का मौका न देने के कारण सदन से बाहर जाकर धरना देने का निर्णय लिया था । 



पल्लवी पटेल के अनुसार सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप है। उन्हे सदन में रखने का  मौका नही दिया जा रहा है ।। प्रदर्शन के दौरान, पल्लवी पटेल ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने बैठकर भ्रष्टाचार के मामले में सरकार की  जवाबदेही की मांग की  धरना 9 घंटे तक चला
पल्लवी पटेल के अनुसार कि यदि सरकार ने उत्तरदायी नहीं है। तो सभी साक्ष्य जनता के सामने लाएंगी। अंततः संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना के प्रयासों व आश्वासन के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त किया।
धरने ने विधानसभा में राजनीतिक गर्मागर्मी को बढ़ा दिया, और पल्लवी पटेल के द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सत्र में हंगामे की संभावना है।   पल्लवी पटेल का धरना भ्रष्टाचार के मुद्दों पर सरकार से स्पष्ट  मांग  विधानसभा में राजनीतिक उठापटक  बढ़ा सकता है।
सिराथू विधायक पल्लवी पटेल ने उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा विभाग में पदोन्नतियों मे भ्रष्टाचार के आरोपो पर जांच की मांग पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री को कई पत्र प्रेषित किये थे व विधानसभा में उठाने की बात कही थी। उत्तर प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा विभाग में  नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप  है। पल्लवी पटेल के अनुसार  सेवा नियमावली को नजरअंदाज कर पुरानी प्रक्रिया से नियुक्ति व प्रोन्नत की जा रही है ।नियमों के खिलाफ सरकारी पॉलीटेक्निक कॉलेजों में सीधी भर्ती के स्थान पर प्रोन्नत से पद भरे गए  है।
पल्लवी पटेल के अनुसार 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन मे नियुक्ति उत्तर प्रदेश चयन सेवा आयोग के माध्यम से होनी चाहिए थी, परन्तु प्रोन्नत प्राप्त शिक्षको को विभागाध्यक्ष व प्रधानाचार्य पर प्रोन्नत किया गया है ।
आरोपो की निरन्तरता मे प्राविधिक शिक्षा मन्त्री ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि कि आरोप राजनीतिक साजिश हैं।  मुख्यमंत्री से अपने द्वारा किए गए सभी निर्णयों की सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री आदेश दें, तो वह तत्काल मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। 
सोशल मीडिया में आरोप लग रहे हैं कि अखिलभारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के दिशा निर्देशो का उल्लंघन किया गया है और पदोन्नतियों मे आरक्षण नियमो का पालन नही किया गया है ।
उत्तर प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा मन्त्री व पल्लवी पटेल के मध्य साली जीजा का रिश्ता है ।

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