उत्तर प्रदेश विधान सभा घेराव मे कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे की मौत
हुसैनगंज थाने में प्रथम सूचना रिर्पाट पंजीकृत
मौत का सच पोस्टमार्टम के पश्चात
मौत पुलिस बर्बरता के कारण अजय राय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कांग्रेस
लखनऊ 18 दिसंबर
लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार 18 दिसंबर संभल, बहराइच हिंसा समेत कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव व प्रदर्शन कर रहे थे । कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने भारी सुरक्षा इंतजाम किए थे। विरोध प्रदर्शन में गोरखपुर से प्रदर्शन में शामिल होने आए पूर्व यूथ कांग्रेस महासचिव प्रभात पांडेय अचानक बेहोश हो गए। तत्काल साथी कार्यकर्ता सिविल हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। प्रभात की मौत का सच पोस्टमार्टम के पश्चात सामने आएगा। पुलिस कैमरे खंगाल रही है।
पुलिस के अनुसार, 31 वर्षीय प्रभात पांडे को कांग्रेस कार्यालय से बेहोशी की हालत में लाया गया था और चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के चाचा मनीष पांडे ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्रथम सूचना रिर्पाट पंजीकृत करायी है। उनका कहना है कि प्रभात को पहले से कोई बीमारी नहीं थी और उनकी मौत संदिग्ध है।
डॉक्टरों के अनुसा प्रभात के शरीर पर कोई स्पष्ट चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने मामले की जांच के लिए पैनल नियुक्त किया है, और पोस्टमार्टम की सम्पूर्ण वीडियोग्राफी की जाएगी।
कांग्रेस पार्टी के नेता किसानों के मुद्दे, रोजगार, महंगाई और अन्य सामाजिक मुद्दों पर किये जा रहे आन्दोलन की पृष्ठभूमि में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बर्बरता का सहारा का सन्दर्भ ले रहे है ।
अजय राय ने कहा कि पार्टी इस मौत को बर्दाश्त नहीं करेगी और मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और एक सरकारी नौकरी देने की मांग की
यह मौत राज्य में राजनीतिक विवाद का एक नया आधार है, जिसमें पुलिस बर्बरता पर सवाल उठाए जा रहे हैं और जल्द निष्पक्ष जांच की मांग है।
प्रभात की मौत को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित इण्डिया गठबन्धन के नेताओ मे गुस्सा है।
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