पंजाब में बुधवार 18 दिसंबर को दोपहर 12 बजे से तीन घंटे के लिए 'रेल रोको' का आह्वान सरवन सिंह पंधेर किसान नेता

केंद्र सरकार की चुप्पी व किसान विरोधी आचरण के चलते किसान आंदोलनबुधवार 18 दिसंबर दोपहर 12 बजे से तीन घंटे 'रेल रोको' का आह्वान सरवन सिंह पंधेर किसान नेता
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 309 दिनों से किसान प्रदर्शन जारी 
जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 22 दिनों से अनशन पर

  • चंडीगढ़ :18 दिसंबर

    चंडीगढ़ : किसान आंदोलन की निरन्तरता मे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने मंगलवार को पंजाब में बुधवार दोपहर 12 बजे से तीन घंटे के लिए 'रेल रोको' का आह्वान किया है. उन्होंने पंजाब के पंजाब सहित देश के प्रत्येक नागरिक व हर पार्टी के कार्यकर्ता से कल के रेल रोको आंदोलन को सहयोग व समर्थन सहित विरोध प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की है कि वे कल के 3 घंटे के प्रदर्शन को सफल बनाएं ताकि केंद्र सरकार तक हमारी आवाज पहुंच सके।” उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को होने वाली परेशानियों के लिए किसानों की ओर से खाने-पीने की व्यवस्था की जाएगी।




    पंधेर ने बताया कि 18 दिसंबर को अमृतसर और पंजाब के अन्य हिस्सों में विभिन्न स्थानों पर किसान संगठन रेल रोको आंदोलन सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक करेंगे। अमृतसर के देवीदासपुरा, ब्यास, जम्मू रेलवे लाइन, और डेरा बाबा नानक रेलवे लाइन जैसे स्थानों पर ट्रेनों को रोककर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। हरियाणा की रेल सेवाओं का भी प्रभावित होने की संभावना है ।
    संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के सर्मथन मे शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 309 दिनों से किसान अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे है और  हमारे साथी जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 22 दिनों से अनशन पर हैं।  लेकिन सत्ताधारी और विपक्षी पार्टियां हमारी मांगों को अनदेखा कर रही हैं। किसी को भी जगजीत सिंह डल्लेवाल की चिंता नहीं है।”
    केंद्र सरकार की चुप्पी व किसान विरोधी आचरण के चलते किसान आंदोलन ने अब नया रुख ले लिया है। इसी कड़ी में किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने अमृतसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता, गायक, रागी और कारोबारी समुदाय से आंदोलन में समर्थन की अपील की है।
    सरवन सिंह पंधेर ने कुछ पंजाबी गायकों से नाराजगी जताई है पंजाब के गायकों, सिख धर्म के रागी-ढाडी समूहों, वकीलों, दुकानदारों, व्यवसायियों और ट्रांसपोर्टरों से भी अपील की कि वे रेलवे ट्रैक पर आकर किसानों का समर्थन करें।साथ ही एकजुट होकर इस किसान आंदोलन को मजबूत करें।
    जब ईडी और एनआईए की रेड पडती है, तब किसान हमेशा साथ खडा हैं। यदि भविष्य में आपको जरूरत पड़ेगी, तो किसान आपके साथ खड़े होंगे।”
    उत्तर प्रदेश सहित सभी पडोसी राज्यो के किसानो व इन्डिया गठबन्धन के विशेषकर काग्रेसनेताओ से आगे आने का अनुरोध किया है ।

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