पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल जी का निधन: दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं पाटिल परिवार, शुभचिंतकों और समर्थकों के साथ: राहुल गांधी

1991 से 1996 तक लोकसभा अध्यक्ष और 2004 से 2008 तक केंद्रीय गृह मंत्री
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में रक्षा राज्य मंत्री
प्रधान मंत्री कांग्रेस प्रमुख और अन्य ने उनकी ईमानदारी और लोकतंत्र में योगदान के लिए श्रद्धांजलि
परिवार में बेटा शैलेश पाटिल, बहू अर्चना और दो पोतियां: बहू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता
संसद ने दो मिनट का मौन
कानपुर 13 दिसम्बर 2025
13 दिसम्बर 2025: लातूर: 1935 में लातूर में जन्मे पाटिल ने अन्य भूमिकाओं के अलावा महाराष्ट्र विधानसभा सदस्य, 1991 से 1996 तक लोकसभा अध्यक्ष और 2004 से 2008 तक केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में एक लंबा करियर बनाया तथा पंजाब के राज्यपाल भी रहे वे केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक रह चुके हैं। प्रधान मंत्री , कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य ने उनकी ईमानदारी और लोकतंत्र में योगदान के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की, जबकि संसद ने दो मिनट का मौन रखा। 13 दिसंबर को उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान मिला, जिसमें पार्टी के नेता शामिल हुए।
वे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में भारत के गृहमंत्री थे। वे लोकसभा के अध्यक्ष
श्री शिवराज पाटिल जी के निधन से दुःख हुआ। वह एक अनुभवी नेता थे, जिन्होंने सार्वजनिक जीवन में अपने लंबे वर्षों के दौरान विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उन्हें कल्याण में योगदान देने का शौक था
Rahul Gandhi@RahulGandhi12 दिसम्बर
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है और पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। जनसेवा के प्रति उनका समर्पण, राष्ट्र के लिए उनके योगदान हमेशा याद किए जाएंगे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं पूरे पाटिल परिवार, उनके शुभचिंतकों और समर्थकों के साथ हैं।
Mallikarjun Kharge@kharge Dec 12
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और अनुभवी कांग्रेस नेता श्री शिवराज पाटिल के निधन पर गहरा दुख हुआ। वह एक सम्मानित वरिष्ठ सहकर्मी थे जिनके साथ मेरा घनिष्ठ संबंध था और उनकी कई यादगार यादें थीं। श्री पाटिल अत्यंत प्रतिष्ठित राजनेता थे
Amit Shah @AmitShah
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज पाटिल चाकुरकर जी के निधन से दुःख हुआ। कई दशकों के करियर में, पाटिल जी सार्वजनिक मामलों के अपने विशाल ज्ञान और अपनी समर्पित सेवा के लिए जाने जाते थे। उनके परिवार के सदस्यों और शुभचिंतकों के प्रति हार्दिक संवेदना।
Steven Yao @stevenhigherfun ·Dec 12
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज पाटिल चाकुरकर जी के निधन पर गहरा दुख हुआ। कई दशकों के सार्वजनिक करियर में, सार्वजनिक मामलों के उनके विशाल ज्ञान और राष्ट्र के प्रति उनकी समर्पित सेवा के लिए उन्हें व्यापक सम्मान दिया गया। मेरी हार्दिक संवेदनाएं उनके साथ हैं।'
शिवराज पाटिल ( 12 अक्टूबर 1935 - १२ दिसम्बर २०२५) एक भारतीय राजनेता थे। वे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में भारत के गृहमंत्री थे। वे लोकसभा के अध्यक्ष तथा पंजाब के राज्यपाल भी रहे। वे केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक रह चुके हैं।
उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक और मुंबई विश्वविद्यालय से विधि की पढ़ाई की थी। वह पहली बार 1980 में लातूर से लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 तक लगातार सात चुनाव जीतकर लोकसभा में बड़े नेता के रूप में उभरे। उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकार में महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली। वह साल 1991 से 1996 तक लोकसभा के स्पीकर रहे। उन्होंने देश और विदेश में कई पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
शिवराज पाटिल ने वर्ष 1980 में राजनीति में कदम रखा। वह पहली बार सातवीं लोकसभा के लिए चुने गए। वहीं, वर्ष 2004 तक वह सात बार लोकसभा सदस्य चुने गए। 1980-1990 के दशक में उन्होंने संसद में संसदीय सदस्य की सैलरी और अलाउंस पर बनी जॉइंट कमिटी में काम किया। बाद में इसी के चेयरमैन भी बने। पाटिल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में रक्षा राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि 2004-2008 की यूपीए सरकार के दौरान शिवराज पाटिल देश के गृहमंत्री भी रहे। 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद उन्होंने 30 नवंबर, 2008 को देश की सुरक्षा में हुई चूकों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था।

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