कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी द्वारा संसद में पालतू कुत्ते को लाने के मामले में बड़ा राजनीतिक विवाद: ये काटता नहीं, काटने वाले संसद में हैं

 - कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने संसद में पालतू कुत्ते को लाकर विवाद किया खड़ा

- बीजेपी सांसदों की आलोचना: संसद की गरिमा के खिलाफ
- रेणुका चौधरी ने कहा कि "ये काटता नहीं, काटने वाले संसद में हैं"।
- बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने सांसदों के विशेषाधिकार के दुरुपयोग की बात की।
- कांग्रेस ने इसे ड्रामा करार दिया और कहा कि उनके सांसद संसद में उपस्थिति दर्ज कराने आए थे।
- कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी नोकझोंक से लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित
कानपुर 30 नवंबर 2025
नई दिल्ली:30 नवंबर 2025:कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी द्वारा संसद में अपने पालतू कुत्ते को लाने के मामले ने पिछले कुछ दिनों में बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा किया है। उनकी इस कार्रवाई को लेकर बीजेपी सांसदों ने कड़ी आलोचना की है, इसे संसद की गरिमा के खिलाफ बताते हुए कहा है कि इस प्रकार के आचरण से लोकतंत्र को शर्मसार किया गया है.
रेणुका चौधरी ने अपने कुत्ते का हवाला देते हुए कहा कि "ये काटता नहीं, काटने वाले संसद में हैं" और इस पर बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि यदि सांसद को विशेषाधिकार है, तो उनका दुरूपयोग नहीं होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि संसद में ऐसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए जो देश की नीतियों से संबंधित हैं, न कि व्यक्तिगत मामलों पर.
इस विवाद को लेकर कांग्रेस ने इसे केवल एक ड्रामा करार दिया है और कहा है कि उनके सांसद संसद में उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आए थे. रेणुका चौधरी का यह दावा कि यह कदम सुरक्षा के नाम पर सवाल उठाता है, इस मुद्दे को और भी जटिल बना देता है.
कांग्रेस पार्टी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अपमानजनक टिप्पणियाँ की हैं, जैसे कि "आप क्यों बौखला रहे हैं?" यह सब कुछ उस राजनीतिक माहौल का हिस्सा है जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी नोकझोंक चलती रहती है, विशेषकर जब मुद्दे ज्वलंत हों.
रेणुका चौधरी के बयान और उनके कुत्ते के संदर्भ में परिषद की प्रतिक्रिया यह दिखाती है कि राजनीति में ड्रामेबाजी का स्थान और ज्यादा बढ़ता जा रहा है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करता है।

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