अपर्णा रजत कौशिक को एसपी अमेठी और अंकिता शर्मा को एसपी कासगंज
आईपीएस अंकिता शर्मा का डीसीपी दक्षिण कानपुर कमिश्नरेट में कार्यकाल शानदार था
कानपुर 7 जनवरी 2025
लखनऊ: 7 जनवरी 2025 उत्तर प्रदेश सरकार में हाल ही में 12 आईपीएस अधिकारियों के स्थानान्तरण किए हैं। यह प्रक्रिया राज्य सरकार द्वारा कानून व्यवस्था में सुधार और प्रशासनिक कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए की गई है। यहाँ पर कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों का सारांश प्रस्तुत किया गया है:
उत्तर प्रदेश सरकार का उद्देश्य अपराधों की रोकथाम करने के लिए सक्षम और अनुभवी अधिकारियों की तैनाती करना है, खासकर उन जिलों में जहाँ हाल के दिनों में अपराध दर में वृद्धि हुई है.
अपर्णा रजत कौशिक को एसपी अमेठी और अंकिता शर्मा को एसपी कासगंज बना कर महिला आईपीएस अधिकारियों को भी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया गया है,
यहाँ स्थानान्तरणहोने वाले कुछ आईपीएस अधिकारियों इस प्रकार है ।
अजय पाल सिंह: प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, प्रयागराज.
डॉ. कौस्तुभ: पुलिस अधीक्षक, जौनपुर.
केशव कुमार: एसपी, अंबेडकरनगर.
अपर्णा रजत कौशिक: एसपी, अमेठी.
अंकिता शर्मा: एसपी, कासगंज.
रामनयन सिंह: एसपी, बहराइच.
उत्तर प्रदेश सरकार ने अंकिता शर्मा को कासगंज का नया कप्तान बनाया है। एसपी अपर्णा रजत कौशिक का स्थानांतरण अमेठी कर दिया गया है। अंकिता शर्मा इससे पहले पुलिस उपायुक्त कानपुर नगर रही हैं।
लखनऊ: 7 जनवरी 2025 उत्तर प्रदेश सरकार में हाल ही में 12 आईपीएस अधिकारियों के स्थानान्तरण किए हैं। यह प्रक्रिया राज्य सरकार द्वारा कानून व्यवस्था में सुधार और प्रशासनिक कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए की गई है। यहाँ पर कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों का सारांश प्रस्तुत किया गया है:
उत्तर प्रदेश सरकार का उद्देश्य अपराधों की रोकथाम करने के लिए सक्षम और अनुभवी अधिकारियों की तैनाती करना है, खासकर उन जिलों में जहाँ हाल के दिनों में अपराध दर में वृद्धि हुई है.
अपर्णा रजत कौशिक को एसपी अमेठी और अंकिता शर्मा को एसपी कासगंज बना कर महिला आईपीएस अधिकारियों को भी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया गया है,
यहाँ स्थानान्तरणहोने वाले कुछ आईपीएस अधिकारियों इस प्रकार है ।
अजय पाल सिंह: प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, प्रयागराज.
डॉ. कौस्तुभ: पुलिस अधीक्षक, जौनपुर.
केशव कुमार: एसपी, अंबेडकरनगर.
अपर्णा रजत कौशिक: एसपी, अमेठी.
अंकिता शर्मा: एसपी, कासगंज.
रामनयन सिंह: एसपी, बहराइच.
उत्तर प्रदेश सरकार ने अंकिता शर्मा को कासगंज का नया कप्तान बनाया है। एसपी अपर्णा रजत कौशिक का स्थानांतरण अमेठी कर दिया गया है। अंकिता शर्मा इससे पहले पुलिस उपायुक्त कानपुर नगर रही हैं।
एसपी अपर्णा रजत कौशिक का कार्यकाल कानून व्यवस्था के मामले में बेहतर रहा। उनके कार्यकाल कोई दंगे नहीं हुए। उन्होंने अपराधियों पर हमेशा नकेल कस कर रखी। सिकंदरपुर वैश्य में चाहें इंस्पेक्टर को गोली मारने का मामला हो या अधिवक्ता मोहनी हत्याकांड उन्होंने अपराधियों को जेल में डाल कर ही दम लिया।
अपर्णा रजत कौशिक ने अधिवक्ता मोहनी हत्या कांड में बहुत ही सूझबूझ का कार्य किया। कानून व्यवस्था को भी संभाले रखा। इसके साथ ही सभी आरोपितों को जेल की सलाखों तक पहुंंचाया। इतना ही नहीं वकील के हत्या में शामिल इनामी शूटरों को जब तक पकड़ा नहीं चैन से नहीं रहीं।
रात में कस्बों में चेकिंग करना उनकी आदत में है। उनकी इस फूर्ति की वजह से रात में भी पुलिस चौकन्नी रहती थी। यही वजह है कि उनके कार्यकाल में कानून व्यवस्था कभी लड़खड़ाई नहीं।
आईपीएस डीसीपी दक्षिण अंकिता शर्मा का कानपुर कमिश्नरेट में कार्यकाल शानदार रहा। अपने कार्यकाल में उन्होंने हत्या,लूट जैसी दर्जनों वारदातों का राजफाश किया है, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा हाफ एनकाउंटर उनके ही नेतृत्व में हुए हैं। अपराधियों के अलावा महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के खिलाफ उनका रुख काफी सख्त रहा है। जयपुर की रहने वाली अंकिता शर्मा वर्ष 2018 बैच की आइपीएस हैं।
अंकिता एक सितंबर 2022 से कमिश्नरेट का हिस्सा बनीं। एडीसीपी दक्षिण होने के कार्यकाल में उनके नेतृतव में कई हत्या,लूट, चोरी, बैंक लाकर समेत दर्जनों अनसुलझी वारदातों का राजफाश किया है।इसी बीच उन्हें एडीसीपी दक्षिण के साथ यातायात का प्रभार मिला था, जिसे भी उन्होंने बखूबी संभाला और शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर काफी काम किया। इतनी ही नहीं अंकिता शर्मा डीसीपी दक्षिण बनने के बाद भी उनके नेतृत्व में दो मुठभेड़ में लूट के तीन आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं।
अधिकारी चिंतित हैं कि अगला स्थानान्तरण कब होगा। हड़कंप मचा हुआ है हाल के दिनों में यूपी में आईपीएस अधिकारियों के स्थानान्तरणकी संख्या बढ़ी है, जिससेअधिकारियों में अस्थिरता का माहौल है.
स्थानान्तरण प्रक्रिया सरकार की अदृश्य सुधार द्वारा प्रशासनिक संतुलन सुधार की दिशा में उठाए गए कदम है ,
अपर्णा रजत कौशिक ने अधिवक्ता मोहनी हत्या कांड में बहुत ही सूझबूझ का कार्य किया। कानून व्यवस्था को भी संभाले रखा। इसके साथ ही सभी आरोपितों को जेल की सलाखों तक पहुंंचाया। इतना ही नहीं वकील के हत्या में शामिल इनामी शूटरों को जब तक पकड़ा नहीं चैन से नहीं रहीं।
रात में कस्बों में चेकिंग करना उनकी आदत में है। उनकी इस फूर्ति की वजह से रात में भी पुलिस चौकन्नी रहती थी। यही वजह है कि उनके कार्यकाल में कानून व्यवस्था कभी लड़खड़ाई नहीं।
आईपीएस डीसीपी दक्षिण अंकिता शर्मा का कानपुर कमिश्नरेट में कार्यकाल शानदार रहा। अपने कार्यकाल में उन्होंने हत्या,लूट जैसी दर्जनों वारदातों का राजफाश किया है, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा हाफ एनकाउंटर उनके ही नेतृत्व में हुए हैं। अपराधियों के अलावा महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के खिलाफ उनका रुख काफी सख्त रहा है। जयपुर की रहने वाली अंकिता शर्मा वर्ष 2018 बैच की आइपीएस हैं।
अंकिता एक सितंबर 2022 से कमिश्नरेट का हिस्सा बनीं। एडीसीपी दक्षिण होने के कार्यकाल में उनके नेतृतव में कई हत्या,लूट, चोरी, बैंक लाकर समेत दर्जनों अनसुलझी वारदातों का राजफाश किया है।इसी बीच उन्हें एडीसीपी दक्षिण के साथ यातायात का प्रभार मिला था, जिसे भी उन्होंने बखूबी संभाला और शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर काफी काम किया। इतनी ही नहीं अंकिता शर्मा डीसीपी दक्षिण बनने के बाद भी उनके नेतृत्व में दो मुठभेड़ में लूट के तीन आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं।
अधिकारी चिंतित हैं कि अगला स्थानान्तरण कब होगा। हड़कंप मचा हुआ है हाल के दिनों में यूपी में आईपीएस अधिकारियों के स्थानान्तरणकी संख्या बढ़ी है, जिससेअधिकारियों में अस्थिरता का माहौल है.
स्थानान्तरण प्रक्रिया सरकार की अदृश्य सुधार द्वारा प्रशासनिक संतुलन सुधार की दिशा में उठाए गए कदम है ,
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