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कानपुर की गृहिणियों की दिनचर्या व व्यवहार का अध्ययन किया बस इतना सा ख्वाब की अदाकारा राजश्री ठाकुर

जो महिलाएं  घर को प्यार और सलीके से संभालती हैं, वे बाहरी दुनिया में भी सफल होती हैं। 
 मैंने अवनि के किरदार  के लिए कानपुर की गृहिणियों की दिनचर्या व व्यवहार अध्ययन किया


कानपुर 3 जनवरी 2025
 कानपुर 3 जनवरी 2025 बस इतना सा ख्वाब' की अदाकारा राजश्री ठाकुर कहती हैं, 'मैंने अवनि के किरदार की तैयारी के लिए कानपुर की गृहिणियों की दिनचर्या व व्यवहार का अध्ययन किया
राजश्री ठाकुर ने अपने शो 'बस इतना सा ख्वाब' में अवनी के किरदार के लिए कानपुर की गृहिणियों की दिनचर्या व व्यवहार का अध्ययन किया । यह ऐसी गृहिणी की कहानी है जो अपने परिवार के सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास करती है। अवनी त्रिवेदी, प्रोफेशनल जिम्मेदारियों के अलावा घर परिवार का ध्यान रखती हैं और जीवन में एक नई दिशा की खोज करती हैं। उनका किरदार यह प्रस्तुत करता है कि महिलाएं भी अपनी प्रतिभा और ताकत को पहचान कर सफल हो सकती हैं
कानपुर में फिल्मांकन के दौरान राजकुमार राव को कई रोमांचक अनुभव हुए। वह दूल्हे के रूप में घोड़े पर सवार होकर नजर आए और मानुषी छिल्लर के साथ सड़क पर डांस किया। इस प्रदर्शन को देखने के लिए हजारों फैंस उमड़ पड़े, जिससे माहौल बेहद जीवंत हो गया
कानपुर में फिल्मांकन का अनुभव उनके लिए आकर्षक था क्योंकि कानपुर में फिल्म इंडस्ट्री की बढ़ती गतिविधियों को भी दर्शाता है। लोग इसे देखकर उत्साहित हो रहे थे और शूटिंग देखने के साथ फोटोग्राफी भी करते रहे ।
राजकुमार राव के फिल्मांकन ने कानपुर के प्रति जनमानस में रुचि बढ़ाई है, और इसी तरह की और फिल्मांकन के लिए शहर को एक आकर्षक स्थान माना जाने लगा है.
फिल्मांकन के दौरान कई चुनौतियाँ भी थी , लेकिन राजकुमार का प्रमुख अनुभव मुख्य रूप से सकारात्मक रहा, जिसमें उनके फैंस का जबरदस्त समर्थन और दिलचस्पी थी। फिल्मांकन काम का हिस्सा व यादगार भी बन गया।
इस फिल्मांकन मे यह दिखाता है कि घर संभालने वाली महिलाएं न केवल घर चला सकती हैं, बल्कि सपनों को साकार करने में भी सक्षम हैं। राजश्री के अनुसार, शो का संदेश स्पष्ट है: जो महिलाएं अपने घर को प्यार और सलीके से संभाल सकती हैं, वे बाहरी दुनिया में भी सफल होती हैं।
राजश्री ने कानपुर में कुछ एपिसोड्स फिल्मांकन और वहां की स्थानीय महिलाओं के साथ अपने अनुभव को साझा किया। उनका कहना है कि उनकी जिंदगी में जो भी संघर्ष होते हैं,उन्हे शो के माध्यम से प्रस्तुत करने का प्रयास किया है । अवनी के किरदार के माध्यम से उन गृहिणियों का सम्मान किया है जो अपने परिवार के लिए सब कुछ करती हैं और अनदेखी रह जाती हैं।
राजश्री ठाकुर ने अपने किरदार की तैयारी के लिए स्थानीय महिलाओं का अवलोकन कर अभिनय को सच्चाई से जोड़ा कर असली जीवन की परिस्थितियों को भी उजागर किया है।
बस इतना सा ख्वाब एक दिल को छू लेने वाली कहानी है जो गृहणियों के अनकहे बलिदानों और उनके परिवार के भविष्य को आकार देने में उनकी शांत शक्ति को जीवंत करती है। राजश्री ठाकुर द्वारा अभिनीतयह शो कानपुर की 42 वर्षीय गृहिणी अवनी त्रिवेदी के इर्द-गिर्द केन्द्रित है एक गृहिणी की भूमिका से बढ़कर अपने परिवार में सक्रिय रूप से योगदान देने पर प्रकाश डालता है।
कानपुर में फिल्मांकन में अभिनेत्री राजश्री ने स्थानीय गृहिणियों के साथ उनकी भावना को समझने के लिए व घर चलाने के लिए काम पर जाती में खुद को डुबोने से उन्हें चरित्र को अधिक गहरायी से मूर्त रूप देने में मदद मिली है,उनकी बॉडी लैंग्वेज और उपस्थिति दर्शकों के लिए अधिक भरोसेमंद है। ईमानदारी और गहराई के साथ चरित्र की बारीकियों को चित्रित व समर्पण को दर्शाता है।
राजश्री ठाकुर के अनुसार, "कानपुर में फिल्मांकन के दौरान स्थानीय गृहिणियों को अवनी के चरित्र में उपस्थिति और दैनिक श्रृंगार कार्यशैली मेकअप, सिंदूर, नेकपीस, झुमके, और पहनावा को सम्मिलित किया हैं। शूटिंग के दौरान एक महिला अधिकारी के साथ बातचीत की और देखा कि वह मल्टी-टास्किंग काम कर रही थी और घर पर सब ठीक यह सुनिश्चित कर रही थी। जिस तरह से महिलाये व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों को जोड़ कर एक नाजुक संतुलन बनाती हैं, वह अवनी के चित्रण को प्रेरित करता है।.हालांकि राजश्री ने अवनी के रूप में दर्शकों का दिल जीतने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए हैं, अगले एपिसोड में अवनी अपने पति शिखर द्वारा अपने ससुर के साथ घर छोड़ने के विवाद को कैसे संभालती है।

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