राहुल गांधी दक्षिण अमेरिका के चार देशों की यात्रा पर:यात्रा में ब्राजील, पेरू, चिली और कोलंबिया शामिल:कोलंबिया के राष्ट्रपति से मुलाकात:भारत-दक्षिण अमेरिका संबंध मजबूत

• राहुल गांधी दक्षिण अमेरिका की यात्रा पर।
• भारत के संबंधों को मजबूत करना लक्ष्य।
• कोलंबिया में राजनीतिक नेताओं से संवाद करेंगे।
• बीजेपी ने यात्रा पर सवाल उठाए।
• ब्राजील, पेरू, चिली, कोलंबिया शामिल।
• व्यापारिक अवसरों की तलाश।
• राष्ट्रपतियों से बैठकें होंगी।
• भारत के लिए रणनीतिक महत्व।
• नए व्यापारिक अवसर मिलेंगे।
•भारत-दक्षिण अमेरिका संबंध मजबूत करना।
•वैश्विक दक्षिण में एकजुटता।
•भारत की वैश्विक उपस्थिति।
•राहुल गांधी की सुरक्षा पर चिंता।
•भाजपा की आलोचना।
•कोलंबिया के राष्ट्रपति से मुलाकात।
कानपुर : 01 अक्टूबर 2025
राहुल गांधी दक्षिण अमेरिका के चार देशों की यात्रा पर हैं, उनका पहला पड़ाव कोलंबिया रहा है। इस यात्रा का उद्देश्य दक्षिण अमेरिका के देशों के साथ भारत के लोकतांत्रिक, व्यापारिक, और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना है। इस दौरे के दौरान राहुल गांधी राजनीतिक नेताओं, विश्वविद्यालय के छात्रों और व्यापारिक समुदाय के सदस्यों से मुलाकात करेंगे और विभिन्न मुद्दों पर संवाद स्थापित करेंगे.
यात्रा का संदर्भ
राहुल गांधी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत में बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणाएं होने वाली हैं, जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उनकी यात्रा पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी ने राहुल की यात्रा को 'गोपनीय' बताते हुए आलोचना की है, जबकि कांग्रेस ने इसे एक महत्वपूर्ण विदेश नीति की पहल बताया है.
यात्रा के लक्षित देश
राहुल गांधी की यात्रा में ब्राजील, पेरू, चिली और कोलंबिया शामिल हैं। उन्होंने अपने दौरे की शुरुआत कोलंबिया की राजधानी बोगोटा से की, जहाँ उन्होंने स्थानीय नेताओं और छात्रों से संवाद किया। यह दौरा विशेष रूप से अमेरिका द्वारा लगाए गए व्यापार टैरिफ के मद्देनजर अधिक महत्वपूर्ण हो गया है, जिससे भारत को नए व्यापारिक अवसरों की तलाश करनी हो रही है.
मुलाकातें और संवाद
राहुल गांधी इस दौरान विभिन्न देशों के राष्ट्रपतियों और प्रमुख व्यापारिक नेताओं के साथ बैठकें करेंगे। उनका उद्देश्य भारत और दक्षिण अमेरिका के बीच पुराने रिश्तों को पुनर्स्थापित करना और नए सहयोग क्षेत्रों की पहचान करना है। कांग्रेस के अनुसार, यह यात्रा वैश्विक दक्षिण में एकजुटता को भी बढ़ावा देगी.
राहुल गांधी की यह यात्रा भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण व विभिन्न देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि यह एक वैश्विक मंच पर भारत की उपस्थिति को भी बढ़ावा देती है। विभिन्न व्यापारिक और शैक्षणिक समुदायों के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें जुड़ने का मंच तो प्रदान किया ही गया है, साथ ही इससे भारत के लिए नए व्यापारिक अवसरों की खोज भी संभव हो सकेगी
नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी दक्षिण अमेरिका के दौरे पर हैं। वे कोलंबिया की राजधानी बोगोटा पहुंचे। इसकी जानकारी कांग्रेस ने दी। कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि सोमवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी बोगोटा, कोलंबिया पहुंचे। वे दक्षिण अमेरिका के दौरे पर हैं, जहां उनका चार देशों के राजनीतिक नेताओं, विश्वविद्यालय के छात्रों और व्यापारिक समुदाय के सदस्यों से मिलने का कार्यक्रम है। कांग्रेस ने राहुल गांधी का एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वे एयरपोर्ट से बाहर निकलते दिख रहे हैं। इससे पहले राहुल गांधी के खिलाफ टीवी डिबेट में की गई टिप्पणी पर कांग्रेस भड़क गई। पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा वैचारिक लड़ाई हार रही है तो उसके प्रवक्ता और नेता राहुल गांधी को मारने की धमकी दे रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक वीडियो में कहा, "अहिंसा कायरता की आड़ नहीं होती है और वीरता का सर्वोच्च गुण है। यह गुण हमने आजादी के आंदोलन में देखा, जब अहिंसा के रास्ते से अंग्रेजों को हराया। जो वैचारिक लड़ाई होती है, उसके हथियार गोला-बारूद और बंदूक नहीं होते, उसके हथियार विचार होते हैं, लेकिन जब प्रतिद्वंद्वी के पास विचार के हथियार नहीं होते हैं तो वे हिंसा का सहारा लेते हैं।" पवन खेड़ा बोले, "प्रवक्ता ने टीवी पर आकर कहा कि राहुल गांधी को छाती पर गोली मारनी चाहिए। इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ है।" उन्होंने कहा कि इससे पहले, सीआरपीएफ ने कई बार चिट्ठियां लिखीं। उन चिट्ठियों को लीक किया गया। राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर चिट्ठियां लिखी गईं। इससे षड्यंत्र की बू आती है। यह वही लोग हैं, जो वैचारिक लड़ाई में हार रहे हैं, जिनके पास विचार को विचार से परास्त करने के हथियार नहीं हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "पहले गालियों का इस्तेमाल करके राहुल गांधी को चुप कराने की कोशिश की गई। अब गोलियों की धमकी दी जा रही है।" उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोग कांग्रेस की तरफ से उठाए जा रहे मुद्दों से आकर्षित होकर राहुल गांधी से जुड़ रहे हैं और यह विरोधियों को पच नहीं रहा है। राहुल गांधी के खिलाफ टिप्पणी मामले में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पिंटू महादेव को लेकर कहा, "गोली मारने की बात कहना, ऐसी सोच रखना, ये गोडसे की सोच वाले लोग हैं।" उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में कार्रवाई की मांग की। इससे पहले, कांग्रेस पार्टी ने कहा कि आरएसएस-भाजपा विचारधारा के खिलाफ राहुल गांधी की निडर लड़ाई ने उन्हें झकझोर दिया है। हालांकि, कोई भी धमकी या हिंसा उन्हें भारत के लोगों के लिए खड़े होने और संविधान की रक्षा करने से नहीं रोक पाएगी। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट से पोस्ट करते हुए मांग की कि पिंटू महादेव के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। साथ ही, भाजपा नेतृत्व की ओर से इसकी कड़ी निंदा और सार्वजनिक रूप से माफी मांगी जाए।
Alok Tewari 4 घंटे
राहुल गांधी कोलंबिया पहुंचे और कोलंबिया में राहुल गांधी पीएम के नारे लगे।जानते हैं कि राहुल गांधी कोलंबिया क्यों गये हैं क्योंकि कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेड्रो ने कोलंबियायी नागरिकों को हथकड़ी बेड़ी लगाकर सेना के जहाज से उनकी वापसी का विरोध किया और अमरीकी जहाजों को उतरने नहीं दिया और खुद के नागरिक विमान भेजकर बुलाया जो हमारा प्रधानमंत्री नहीं कर सका।
अभी कोलंबिया के राष्ट्रपति ने अमरीका के भीतर फिलिस्तीन के समर्थन में रैली की और अमरीकी सेना को ट्रंप के खिलाफ बगावत का आव्हान किया।
अब दो दबंग देश राहुल गांधी के जरिए साथ आयेंगे।


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