रूस ने दुनिया भर में 110 से अधिक परमाणु रिएक्टरों का निर्माण किया
2040 तक रूस 29 GW की नई क्षमता जोड़ने की योजना
बंद ईंधन चक्र प्रणाली 2030 तक: उपयोग ईंधन का 95% तक पुनः उपयोग
परिणामस्वरूप यूरेनियम की आवश्यकता कम हो जाएगी
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की है कि रूस परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में पूर्ण विश्व नेता बन गया है। इसके कई महत्त्वपूर्ण पहलू हैं:वैश्विक बाजार हिस्सेदारी: रूस ने रिएक्टरों के लिए 90% वैश्विक बाजार हिस्सेदारी हासिल की है, जो इसकी प्रौद्योगिकी और क्षमता को दर्शाता है.
निर्माण की संख्या: रूस ने दुनिया भर में 110 से अधिक परमाणु रिएक्टरों का निर्माण किया है.
पूरा ईंधन चक्र: रूस ने एक पूर्ण ईंधन चक्र तैयार किया है, जिसमें खनन से लेकर बर्बादी तक की प्रक्रिया शामिल है। यह "बंद ईंधन चक्र" प्रणाली 2030 तक लॉन्च करने की योजना है, जिससे पुनः उपयोग किए गए ईंधन का 95% तक पुनः उपयोग किया जा सकेगा, जिसके परिणामस्वरूप यूरेनियम की आवश्यकता कम हो जाएगी.
भविष्य की योजना: 2040 तक रूस 29 GW की नई क्षमता जोड़ने की योजना बना रहा है। यह तकनीकी विकास और अनुसंधान में रूसी वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है.
अंतरराष्ट्रीय सहयोग: पुतिन ने अन्य देशों और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों को इस तकनीक के विकास में सहयोग करने के लिए आमंत्रित किया है.
रूस ये पहलें इसकी ऊर्जा नीति को मजबूत कर वैश्विक स्तर पर परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में इसकी स्थिति को भी साबित करती हैं।
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और ग्लोबल एनर्जी प्राइज़ इंटरनेशनल अवार्ड कमेटी के अध्यक्ष डॉ. राय क्वोन चुंग ने बुधवार को Sputnik से कहा कि अगर रूस क्लोज्ड साइकिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र का सफलतापूर्वक विकास करता है, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी और वैश्विक ऊर्जा के लिए एक बड़ा योगदान होगा।
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