दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च 2025 (गुरुवार) की रात को 11:26 बजे शुरू रात 12:30 बजे तक
होलिका दहन का आयोजन विशेष रूप से होलिका और प्रह्लाद की कथा से संबंधित है, जिसमें भगवान विष्णु ने भक्त प्रह्लाद को अपनी भक्ति के कारण बचाया और होलिका को उसके छल के लिए दंडित किया। इस प्रकार, यह पर्व हमें सिखाता है कि सच्ची भक्ति और निष्ठा ही सच्चे जीवन का मार्ग है। भक्तगण होलिका की अग्नि में विभिन्न प्रकार की वस्तुओं को अर्पित करते हैं, जिससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मकता का संचार होता है। इसके साथ ही, यह पर्व समाज में भाई-चारे और एकता को भी मजबूत करता है, जो हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा है।
होलिका दहन का पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सामाजिक व सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। इसे मनाते समय हमें सही मुहूर्त और भद्रा का ध्यान रखना चाहिए, ताकि हम इस उत्सव का सही अर्थ समझ सकें और इसके आध्यात्मिक लाभ उठा सकें।
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