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बांदा उत्तर प्रदेश के खपटिहाकलां गांव में बड़े भाई संतोष निषाद द्वारा 50 वर्षीय सुशीला निषाद की हत्या काफी समय से मनमुटाव था। करीब तीन साल से जमीन का मुकदमा भी चल रहा था।

 हत्या का कारण जमीन  विवाद 

 संपत्ति  विवाद  परिवारों के बीच हिंसा का कारण बनते हैं
वारदात के बाद आरोपित  संतोष  गिरफ्तार 

कानपुर 15, मार्च, 2025
14, मार्च, 2025 बांदा। पैलानी थाना क्षेत्र खपटिहाकलां गांव के मजरा सिमरन डेरा में एक दुखद घटना घटी, जहां 50 वर्षीय सुशीला निषाद की हत्या उनके बड़े भाई संतोष निषाद द्वारा की गई। घटना के समय सुशीला अपने घर पर अकेली थीं क्यूंकि उनके पति और बेटा मजदूरी के काम से बाहर गए हुए थे। मे युवक ने अपनी बहन पर बांके से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद से आरोपित फरार है। ग्रामीणों के मुताबिक, सिमरन डेरा निवासी 55 वर्षीय सुशीला ने काफी समय पहले अपनी मां इमरती को इलाज के बहाने मुख्यालय ले जाकर साढ़े चार बीघा जमीन अपने नाम करा ली थी। इसको लेकर सुशीला और उसके इकलौते भाई चटचटगन के दर्दा डेरा निवासी संतोष निषाद पुत्र बाबूलाल के बीच काफी समय से मनमुटाव था। करीब तीन साल से जमीन का मुकदमा भी चल रहा था। शुक्रवार सुबह सिमरन घर पर अकेली थी। आंगन में गोबर लेपन कर रही थी। भाई संतोष आया और उस पर बांके से हमला कर मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद से आरोपित फरार है। सूचना पाकर चौकी इंचार्ज खप्टिहा कलां रोशन गुप्ता तथा फील्ड यूनिट की टीम मौके पर पहुंची। जांच पड़ताल की। चौकी इंचार्ज ने बताया कि अभी किसी भी प्रकार की तहरीर नहीं मिली है। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।  सुशीला पत्नी रज्जू निषाद के पिता की काफी समय मृत्यु हो चुकी थी। सुशीला तीन बहनों में सबसे छोटी थी। दो बड़ी बहनें मुन्नी और लीला हैं। सुशीला का पति रज्जू निषाद नागपुर कोयलरी में काम करता है। मृतका सुशीला के लड़के 22 वर्षीय वीरेंद्र उर्फ बिंदु तथा 20 वर्षीय नरेंद्र भी अपने पिता रज्जू निषाद के साथ नागपुर कोयलरी में काम करते हैं।
पुलिस के अनुसार, इस हत्या का कारण जमीन के विवाद  है। सुशीला और संतोष के बीच संपत्ति को लेकर लंबे समय से मतभेद थे, जो शनिवार को हिंसक रूप ले लिया। संतोष ने अपनी बहन पर बांके (एक प्रकार के तेज धार वाले हथियार) से हमला किया, जिससे उसकी तुरंत मौत हो गई।
इस घटना के बाद पुलिस ने संतोष को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला न केवल पारिवारिक कलह का एक उदाहरण है, बल्कि यह उन जमीनी विवादों की गंभीरता को भी दर्शाता है जो कई बार भूखंड के साथ जुड़ी संपत्ति के लिए परिवारों के बीच हिंसा का कारण बनते हैं।

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