सोशल मीडिया दुल्हा दीपक कुमार कई वाहनों में 150 से अधिक बारातीयो के साथ सोशल मीडिया दुलहन मनप्रीत कौर से विवाह करने रोज गार्डन पैलेस मोगा पहुंचे तो विवाह स्थल ना पाकर आवाक। ऑनलाइन मित्रता की विश्वसनीयता को 30% से 70% तक ।
कानपुर नगर 7 दिसंबर, 2024,
जालंधर पंजाब । फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित सात अमीरातों में से एक दुबई संयुक्त अरब अमीरात (UAE) मे एक कारखाने मे कार्यरत भारतीय मूल के 24 वर्षीय श्री दीपक एक महीने पहले जालंधर पंजाब जिले में अपने गांव मंडियाली वापस आये । दीपक कुमार ने 6 दिसंबर शुक्रवार को लाल रंग की पगड़ी व चमकदार शेरवानी पहन फूलों से सजी एक कार में जालंधर से मोगा शहर अपनी भावी दुल्हन को घर लाने के लिए यात्रा की ।
मोगा पहुंच दुल्हन को गायब पाया और स्थल उपलब्ध नहीं था, सोशल मीडिया दुल्हा दीपक कुमार दोपहर के आसपास मोगा पहुंचा और सोशल मीडिया दुलहन मनप्रीत तक पहुंचने के कई प्रयास किए। प्रारंभ में सोशल मीडिया दुलहन मनप्रीत ने मोबाइल पर बात की और कहा कि सोशल मीडिया दुलहन के रिश्तेदार बारात को कार्यक्रम स्थल पर मार्गदर्शन व स्वगत के लिये आएंगे। शाम 5 बजे तक सोशल मीडिया दुल्हा दीपक कुमार व कई वाहनों में 150 से अधिक आये बारातीयो कोई लेने नहीं आया और सोशल मीडिया दुलहन मनप्रीत ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया।
लगभग पांच घंटे से अधिक समय तक इंतजार करने के बाद सोशल मीडिया दुल्हा और उसका परिवार सोशल मीडिया दुलहन मनप्रीत कौर और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन गए।
सोशल मीडिया दुल्हा दीपक ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि वह दुबई में रहता है और तीन वर्ष पहले कौर से सोशल मीडिया के द्वारा मिला था। उन्होंने चैट करना शुरू कर दिया, तीन वर्ष से अधिक समय से चैट से सम्पर्क मे थे चैट रिश्ता विकसित हुया और शादी करने का फैसला किया। माता-पिता की फोन पर बात करने के बाद शादी 6 दिसंबर को तय हुई ।
सोशल मीडिया दुल्हा दीपक मनप्रीत से व्यक्तिगत रूप से कभी नहीं मिला लेकिन सोशल मीडिया के द्वारा पर उनकी तस्वीरें देखी थीं। उसने बताया था कि वह फिरोजपुर में अच्छी तनख्वाह की नौकरी के साथ अधिवक्ता है।
मनप्रीत ने शादी के खर्चों के लिए 5 लाख रुपये की मदद मांगी थी। जिसमे से 50,000 रुपये ट्रांसफर किए थे । यह सोशल मीडिया दुलहन सायबर क्राइम बड़े योजनाबद्ध तरीके से किया गया ।
सोशल मीडिया पर दोस्ती की विश्वसनीयता कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि व्यक्ति की प्रोफ़ाइल की वास्तविकता, उनके द्वारा साझा की गई जानकारियाँ, और जुड़ाव का स्तर। अक्सर उपयोगकर्ता सोचते हैं कि ऑनलाइन दोस्ती गहरी और स्थायी होती है, लेकिन यह वास्तविक जीवन की दोस्ती की तुलना में कम विश्वसनीय हो सकती है। झूठी जानकारी और पहचान के साथ, मित्रता की गहराई और स्थिरता पर सवाल उठता है।
सोशल मीडिया मित्रता की विश्वसनीयता प्रतिशत निर्धारित करना मुश्किल है क्योंकि यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि प्लेटफ़ॉर्म, व्यक्तिगत व्यवहार, और रिश्ते की प्रकृति। सामान्य रूप से ऑनलाइन मित्रता की विश्वसनीयता को 30% से 70% तक माना जा सकता है। ऑनलाइन संबंध वास्तविक जीवन की मित्रता की तरह सुरक्षित या स्थायी नहीं होते। महत्वपूर्ण जानकारी की पुष्टि करना न भूलें।
सोशल मीडिया दुल्हा / दुलहन सायबर क्राइम बड़े योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है सभी नागरिको को सभी सायबर अपराधो को संज्ञान ले कर सावधान रहने की आवश्यकता है ।
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